चम्बल क्षेत्र में पर्यटन, कृषि, उद्योगों के माध्यमसे रोजगार देना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता – मुख्यमंत्री डॉ. यादव


मुरैना में संभागीय समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने की विकास कार्यों की समीक्षा

विधानसभा अध्यक्ष एवं राज्य सरकार के मंत्रिगण की मौजूदगी में हुई बैठक

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा चम्बल क्षेत्र में पर्यटन और रोजगार की अपार संभावनाएँ

रोजगारपरक योजना बनाकर चम्बल क्षेत्र में उद्योग और कृषि को बढ़ावा देने पर दिया जोर

युवाओं को उद्यम, स्व-रोजगार स्थापित करने के लिये प्रेरित किया जाये

मुरैना : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि जरूरतमंदों को रोजगार देना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। इसलिए पर्यटन, वन, खनिज, उद्योग व सेवा क्षेत्र सहित सभी सेक्टर को शामिल कर रोजगार देने की कार्ययोजना बनाई जाये। मुरैना चम्बल संभाग असीम संभावनाओं का क्षेत्र है। यहां रोजगार और विकास के लिये कार्ययोजना बनाकर कार्य किया जायेगा। कृषि, उद्यानिकी, सहकारिता और सूक्ष्म, लघु उद्योग विभाग 5 साल से लेकर 25 साल तक की कार्ययोजना बनाकर प्रस्तुत करें। कार्ययोजना ऐसी हो, जिससे हर सेक्टर से जरूरतमंदों को रोजगार मिले, इसकी जिलेवार तैयारी करें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव मुरैना कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित हुई संभागीय समीक्षा बैठक में विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने संभाग की कानून व्यवस्था की समीक्षा भी बैठक में की।

गुरूवार को आयोजित हुई बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि चम्बल-मुरैना क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएँ हैं। यहाँ किला सहित अन्य ऐतिहासिक इमारतें, जलाशय व अकूत वन संपदा उपलब्ध है। इसलिए पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये रोजगारपरक योजना तैयार करें। प्रदेश में 9वीं संभागीय बैठक है, जनता के लिये विकास जनता के बीच जाकर ही किया जायेगा। जिले से लेकर संभाग तक ऐसी बैठकें निरंतर की जायेगी।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जोर देकर कहा कि हर जिले में बहुत से ऐसे सक्षम लोग मौजूद हैं, जो थोड़े से प्रोत्साहन और सरकारी मदद से उद्यम स्थापित कर सकते हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि सक्षम लोगों से संवाद कर उन्हें रोजगार के अवसर पैदा करने व उद्यम खड़ा करने के लिये प्रेरित करें।

नई दिल्ली के पास होने का लाभ लें, बड़े उद्योग समूहों को बुलायें

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बैठक में निर्देश दिए कि राष्ट्रीय राजमार्गों के नजदीक बसे गाँवों को नेशनल हाईवे से कनेक्टिविटी अनिवार्यतः मिले। इसलिये टेंडर के समय इसका ध्यान रखें। साथ ही जो राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माणाधीन हैं, वहाँ विशेष ध्यान देकर संबंधित ग्रामों को मुख्य सड़कमार्ग से जुड़वाएँ। राजधानी दिल्ली, आगरा, कानपुर, लखनऊ जैसे बड़े शहरों से निकट होने के कारण क्षेत्र में उद्योग, धंधे की असीम संभावना है, इसके लिये बड़े उद्योग, कपड़ा क्लस्टर, फर्नीचर, ग्रामोद्योग और खाद्य प्रंसस्करण उद्योगों को बढ़ावा देंगे। बड़े उद्योग समूह को बुलाकर औद्यौगिकीकरण के लिये काम हों।

मुरैना चम्बल क्षेत्र को पर्यटन के अंतर्राष्ट्रीय नक्शे में उभारा जायेगा

प्रदेश में मुरैना चंबल संभाग अपने आप में अतुलनीय है। यहां पर पर्यटन की असीम संभावना है। यहां पर चंबल में डॉल्फिन, घड़ियाल, पढावली, मितावली, बटेश्वर, शनिमंदिर और ऐसे ही अनेक पर्यटन स्थल हैं, इनको अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उभरने के लिए विशेष कार्य योजना बनाकर कार्य किया जाएगा। इसके लिए पर्यटन विभाग को भी निर्देशित किया गया है।

विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ने बैठक में पार्वती-कालीसिंध लिंक परियोजना के लिये चम्बल संभाग की ओर से मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव का अभिनंदन किया। विधानसभा अध्यक्ष तोमर ने कहा कि निर्माणाधीन सोलर परियोजना के निर्माण की गति बढ़ाई जाये। भू-तल परिवहन मंत्री के साथ चर्चा हुई। नैनागढ़ से अम्बाह तक एलिवेटेड रोड़ की घोषणा है। उसका प्रस्ताव मंजूरी के लिये केन्द्र सरकार को बनाकर भेजना है।

श्योपुर में लिप्ट सूक्ष्म सिंचाई परियोजना पूर्ण हो चुकी है। इसको अन्य विभागों के साथ मिलकर शुरू करना है। आलू रिसर्स केन्द्र के लिये पेरू देश के साथ मिलकर कार्य योजना बनाई है। मुरैना जिले को इसमें जोड़ा गया है। यूपी सरकार ने जमीन दी है। मध्यप्रदेश सरकार जमीन देना है। श्योपुर में गिर गाय के संवर्धन अनुसंधान केन्द्र और परियोजना पर कार्य किया जाना है।

कृषि, उद्यानिकी और प्रसंस्करण उद्योगों से होगा चम्बल क्षेत्र का कायाकल्प

मुरैना चंबल संभाग में जल नदी राशि की उपलब्धता है। यहां पर अनेक नदियां प्रभावित हो रही है, इसके साथ-साथ कृषि भूमि भी उपलब्ध है। फसलों की भिन्नता को आम किसानों तक पहुंचाया जाए और अनेक प्रकार की फसलों को उगाने के लिए उनको प्रोत्साहित किया जाए। इसके साथ ही कृषि, उद्यानिकी फसलों के लिये किसानों को विशेष प्रशिक्षण देने के साथ खाद्य प्रसंस्करण उद्योग भी लगाये जायेंगे।

श्योपुर में गिर गाय के उन्नयन के लिए अनुसंधान केंद्र बनाया जाएगा और इसके लिए अलग से कार्य योजना बनाकर गिर गायों के संवर्धन उन्नयन और उनके दूध की उपलब्धता के लिए कार्य किया जाएगा।

कैलारस शक्कर कारखाने पर किसानों के बकाया राशि का भुगतान होगा

मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा की कैलारस के शक्कर करखाने पर किसानों की राशि बकाया है, उसका भुगतान कराया जाएगा। लगभग 54 करोड़ की राशि का भुगतान होना है, इसके लिए भी कार्ययोजना बनाकर भुगतान किया जाएगा। इसके साथ ही लघु और सूक्ष्म उद्योग विभाग, सहकारिता विभाग के साथ रोजगार उन्मुख उधोग लगाने के लिए कार्य योजना बनाई जायेगी। चंबल नदी के इको सिस्टम के अनुसार क्षेत्र का विकास किया जाएगा। चंबल असीम संभावनाओं का क्षेत्र है, यहाँ का युवा मेहनत कश है। यहां से हजारों युवा हर साल सेना की भर्ती में जाते है। वीरों की भूमि पर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए क्षेत्र का सर्वांगीण विकास कराया जायेगा।

प्रदेश में जाति प्रमाण-पत्र बनाने में आ रही समस्या दूर होगी

प्रदेश में जाति प्रमाण-पत्र बनाने की शिकायतों, समस्याओं को दूर किया जाएगा। मुख्यमंत्री डा. यादव ने कहा कि प्रदेश में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के प्रमाण पत्र बनाने में कई जगह समस्या आ रही है, कई जगह से ऐसी सूचना आती है कि कई लोगों के प्रमाण पत्र नहीं बनाई जा रहे हैं। इसके लिए मुख्य सचिव श्रीमती राणा को निर्देश दिए कि प्रदेश में कार्य योजना बनाकर इस कार्य को पूर्ण किया जाए। साथ ही छात्र-छात्राओं के डिजिलॉकर बनवाकर उनके प्रमाण पत्रों के पंजीयन भी कराए जाएं।

श्योपुर सहरिया जनजाति के परिवार के लोगों के जाति प्रमाण-पत्र बनायें

मुख्यमंत्री ने आयुक्त ग्वालियर-चंबल संभाग दीपक सिंह को निर्देश दिए कि श्योपुर जिले में सहरिया जनजाति के लोगों को जाति प्रमाण पत्र की समस्या न हो, इसके लिए उनके जाति प्रमाण पत्र बनाए जाएं और उनको घर पर पहुंच जाएं।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत पीएचई, जल संसाधन विभाग, जल जीवन मिशन संयुक्त रूप से समन्वय कर बैठक आयोजित करें। जल स्रोतों के अनुसार पेयजल की समस्याओं को दूर करेंगे।

मिलजुलकर करेंगे प्रदेश का विकास, मतभिन्नता को आड़े नहीं आने दिया जायेगा

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बैठक में मौजूद जनप्रतिनिधियों से कहा कि हम सब मिलजुलकर व्यक्तिगत भावना से ऊपर उठकर विकास में प्रदेश को ऊँचाईयों पर पहुँचायेंगे। मतभिन्नता को विकास कार्यों के बीच आड़े नहीं आने दिया जायेगा। सरकार दलगत भावना से ऊपर उठकर सभी के सुझावों को सम्मान देगी और अच्छे सुझावों पर अमल भी किया जायेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जनप्रतिनिधियों का आह्वान किया कि वे बड़े भाव लेकर साथ में बैठें और प्रदेश को प्रगति के पथ पर और तेजी से आगे बढ़ाएँ। उन्होंने कहा इसी उद्देश्य को लेकर वे स्वयं सभी संभागों में बैठक लेकर क्षेत्रीय कठिनाईयों व समस्याओं को जानने का प्रयास कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने समीक्षा बैठक में सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि सरकार ने जो काम स्वीकृत किए हैं, उनमें से अधूरे काम अभियान बतौर पूर्ण कराएँ। साथ ही जो कार्य शुरू नहीं हो सके हैं, उन्हें जल्द से जल्द धरातल पर लाएँ। इसमें किसी प्रकार की ढ़िलाई बर्दाश्त नहीं होगी।

बैठक में इनकी रही मौजूदगी

बैठक में किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री ऐदल सिंह कंषाना, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला, सबलगढ़ विधायक सरला रावत, भाजपा जिलाध्यक्ष डाॅ. योगेशपाल गुप्ता, चम्बल-मुरैना संभाग के जनप्रतिनिधि, अपर मुख्य सचिव मनु श्रीवास्तव, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव राघवेन्द्र सिंह, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक पवन श्रीवास्तव,सूक्ष्म लघु उद्योग पी. नरहरि, आयुक्त चम्बल संभाग दीपक सिंह, आईजी सुशांत सक्सेना, डीआईजी कुमार सौरभ, कलेक्टर मुरैना अंकित अस्थाना, पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र सिंह चौहान और संभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

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