भारत ने दक्षिण अफ्रीका को दूसरे टेस्ट में सात विकेट से हराकर सीरीज में बराबरी की

प्लेयर ऑफ मैच : सिराज

प्लेयर ऑफ सीरीज : बुमराह , एल्गर

केपटाउन । भारतीय क्रिकेट टीम ने यहां दूसरे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट मैच में मेजबान दक्षिण अफ्रीका को सात विकेट से हराकर सीरीज में 1-1 से बराबरी कर ली है। सीरीज का पहला मैच दक्षिण अफ्रीका ने जीता था। भारतीय टीम ने जीत के लिए मिले 79 रनों के लक्ष्य को तीन विकेट पर ही हासिल कर लिया। इस मैच में गेंदबाज हावी रहे। पहली पारी में दक्षिण अफ्रीका की टीम को 55 रन पर ही समेटने के बाद भारतीय टीम भी 153 रन पर आउट हो गई थी। इस प्रकार भारतीय टीम को पहली पारी में 98 रनों की बढ़त मिली थी। दूसरी पारी में एडम मर्कराम के शतक से दक्षिण अफ्रीका की टीम ने 176 रन बनाये। मर्कराम ने शानदार बल्लेबाजी कर 103 रन बनाये पर वह अपनी टीम की हार नहीं टाल पाये। इस प्रकार भारतीय टीम को जीत के लिए 79 रन का लक्ष्य मिला। भारतीय टीम ने इस छोटे लक्ष्य को दूसरे दिन 3 विकेट खोकर ही हासिल कर लिया।

इस प्रकार 30 साल में भारतीय टीम ने पहली बार केपटाउन के मैदान पर कोई टेस्ट जीता है। भारत ने जीत के साथ इस सीरीज को 1-1 से बराबरी पर समाप्त किया। इस मैच में मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह ने शानदार गेंदबाजी की।

भारत ने केवल 2 दिन के अंदर मेजबान टीम को हराकर अपनी क्षमता दिखायी। इस मैच में टॉस जीतकर डीन एल्गर ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया। सिराज ने महज 15 रन देकर 6 विकेट लिए और पूरी टीम पहली पार में 55 रन के स्कोर पर आउट हो गयी। पहली पारी में भारतीय टीम के बल्लेबाजों का प्रदर्शन भी अच्छा नहीं रहा था। पूरी टीम मिलकर 153 रन ही बना सकी थी। रोहित शर्मा, शुभमन गिल और विराट कोहली के अलावा कोई बल्लेबाज खाता नहीं खोल पाया।

दूसरी इनिंग में मेजबान बुमराह की घातक गेंदबाजी के सामने टिक नहीं पाये। बुमराह ने छह विकेट लेकर टीम के बड़े स्कोर की उम्मीद समाप्त कर दी। एक छोर पर अनुभवी मर्कराम डटे रहे और शानदार शतकीय पारी खेली। इसके बाद भी मेजबान टीम भारत के सामने महज 79 रन का लक्ष्य ही रखने में कामयाब हो पाय। उनके अलावा कोई भी खिलाड़ी बड़ी पारी नहीं खेल पाया।

30 साल में पहली बार इस मैदान पर जीता टेस्ट

भारतीय टीम ने 30 साल में केपटाउन में पहला टेस्ट जीता है। इससे पहले केपटाउन में कुल 6 मुकाबले हुए थे। जिसमें भारत ने 4 गंवाए थे और 2 ड्रॉ हुए थे। केपटाउन में भारत ने पहला टेस्ट 1993 में खेला था। चार मैचों की टेस्ट सीरीज में चौथा टेस्ट ड्रॉ रहा था। इसके बाद 2011 में भी केपटाउन में हुआ तीसरा टेस्ट ड्रॉ हुआ था। इस मैदान पर भारतीय टीम ने पहली बार दक्षिण अफ्रीका को टेस्ट में हराया है।

इस मैच में जीत के लिए भारतीय टीम को पांच सत्र और 642 गेंदें ही खेलनी पड़ीं। इस प्रकार यह टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में खेला गया सबसे छोटा मैच रहा। इससे पहले, 1932 में मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच हुए टेस्ट में केवल 656 गेंदें फेंकी गईं थी।

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